बवासीर किन कारणों से होता हैं ?
मलाशय या मलद्वार की नसों पर, अंदरूनी और बाहरी दवाब बढ़ने की वजह से,
वहाँ की नसें सूज कर फैल कर दर्द करती हैं, तो इस अवस्था को बवासीर कहते
हैं । बवासीर दो प्रकार का होता हैं पहला अंदरूनी दूसरा बाहरी । जब तक
अंदरूनी बवासीर काफी गंभीर नहीं होता तब तक उसके बारे में पता नहीं लगता ।
बाहरी बवासीर को मलद्वार के बाहरी हिस्से पर देखा जा सकता हैं । हालांकि यह
काफी असहज और शर्मनाक होता हैं, उसके बावजूद भी इसे गंभीर समस्या नहीं
माना जाता हैं ।
बवासीर होने के सामान्य कारण
- कम रेशेदार भोजन कम (फाइबर वाला) आहार खाने से
- गर्भावस्था के दौरान
- बढ़ती उम्र से
- वंशानुगत
- पुराना कब्ज
- मलद्वार में सम्भोग करने से ।
बवासीर से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू उपाय
काला जीरा - बवासीर के दर्द में काले जीरे का बीज काफी लाभकारी होता
हैं । एक चम्मच काले जीरे को भून लें और एक चम्मच बिना भूना काला जीरा
मिलाकर दोनों को साथ पीस लेंवें । रोज़ाना एक गिलास पानी में, आधा चम्मच इस
मिश्रण को मिलाकर उसका सेवन करने से, काफी लाभ मिलता हैं ।
मूली का रस - मूली का रस पाचनक्रिया में काफी सहायक होता हैं । इस
का सेवन दिन और रात करना बवासीर का सबसे जाना-माना घरेलू उपाय हैं । मूली
का रस पीना सवा कप से शुरु करें और एक महीने में, खुराक की मात्रा को
बढ़ाकर आधा कप कर दें । मूली के पेस्ट में थोड़ा शहद मिलाकर उसका लेप
बवासीर वाली जगह पर लगाएं तो इससे काफी आराम मिलता हैं ।
अंजीर - बवासीर के लिए अंजीर भी काफी लाभकारी होता हैं । दो या तीन
अंजीर को धोकर उसे एक गिलास पानी में रात भर भीगने को छोड़ दें । सुबह उठते
ही सबसे पहले एक अंजीर का सेवन करें । उसे दोपहर और रात में भी लें ।
अंजीर बवासीर को ठीक करने के अचूक आयुर्वेदिक उपचारों में से एक हैं ।
पका केला - पका हुआ केला दर्द में राहत देता हैं । एक पके हुए केले
को एक कप दूध में गर्म कर लें। उसके बाद उसे अच्छी तरह से मिला लें। इस
मिश्रण को दिन में तीन से चार बार खाना चाहिए, इससे बवासीर के दर्द में
राहत मिलती हैं ।
करेले का रस - करेले की पत्तियों को पीस कर उसमें से रस निकाल लें ।
रोज़ाना सुबह उठने के बाद एक ग्लास छाछ में तीन चम्मच करेले का रस मिलाकर
उसे एक महीने तक नियमित रूप से पीने से बवासीर में काफी लाभ मिलता हैं।
छाछ - छाछ बवासीर से छुटकारा पाने का सबसे माने हुए नुस्खों में से
एक हैं । एक ग्लास छाछ में थोड़ी अजवाइन और चुटकी भर नमक मिलाकर उसका सेवन
करें । बवासीर से पीड़ित लोगों को रोज़ाना नियमित रूप से छाछ पीने की सलाह दी
जाती हैं ।
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